19 Mar 2022

जिंदगी की कश्मकश!

जिंदगी की कश्मकश,
असमंजस में भूले रस,
गाड़ी बंगला सब है बस,
चैन नहीं है अपने पास।

है जिंदगी की बस कशमकश!
बस जिंदगी की कश्मकश!

किस्मत का खाली झोला,
लकीरें हैं पर हाथ है मैला,
दिन झगड़ों का इक रेला,
दिन है छोटा काम हैं दस,
चले जा रहे हैं फिर भी क्योंकि
उम्मीदों का पुल है बस।

है जिंदगी की बस कशमकश!
बस जिंदगी की कश्मकश!
है जिंदगी की बस कशमकश!