10 Dec 2012

दिल आखिर तू क्यूँ रोता है - By Jaaved Akhtar (Zindagi Milegi na Dobara)

जब जब दर्द का बादल छाया
जब गम का साया लहराया
जब आंसू पलकों तक आया
जब ये तनहा दिल घबराया

हमने दिले को ये समझाया
…दिल आखिर तू क्यूँ रोता है
दुनिया में यूँहीं होता है

ये जो गहरे सन्नाटे हैं
वक्त ने सबको ही बांटे हैं
थोड़ा गम है सबका किस्सा
थोड़ी धूप है सबका हिस्सा
आँख तेरी बेकार ही नम है
हर पल एक नया मौसम  है
क्यूँ तू ऐसे पल खोता है
दिल आखिर तू क्यूँ रोता है!!

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