इक पल में
इक पल मेंअपना सा लगता मैं पराया हो जाता हूँ |
इक पल मेंनज़दीकियाँ दूरियों में तब्दील हो जाती हैं |
इक पल मेंकोमलता कठोरता में बदल जाती है |
ऐसा इसलिए हैकिसी को दोस्त बनाते बनाते दुश्मन बना बैठता हूँ |
क्यूंकि वोह इक पल मेरी ही किस्मत मैं लिखा है !
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